पहले क्लास का,किसी भी संस्थान में, बहुत महत्व होता है. पहले दिन छात्र बहुत ही उत्साहित रहते हैं. और उत्सुक भी. वे अपने नए संस्थान , नए कोर्स , नए टीचर , नयी किताब इन सबों के बारे में जितना जल्दी हो सके जानना चाहते हैं.
फिजिक्स क्लासेज के पहले क्लास में छात्र विख्यात फिजिक्स गुरु ई० एस० मिश्रा सर से रूबरू होते हैं. परिचय के बाद शिक्षण विधि की व्याख्या होती है. जो छात्र किसी कारणवश यह क्लास नहीं कर पाए वे इस ब्लॉग की मदद से उसकी जानकारी हासिल कर सकते हैं.
फिजिक्स क्लासेज के पहले क्लास में छात्र विख्यात फिजिक्स गुरु ई० एस० मिश्रा सर से रूबरू होते हैं. परिचय के बाद शिक्षण विधि की व्याख्या होती है. जो छात्र किसी कारणवश यह क्लास नहीं कर पाए वे इस ब्लॉग की मदद से उसकी जानकारी हासिल कर सकते हैं.
क्लास में ये लेकर आयें :
1. एक अच्छा गत्ते वाला नोट बुक ( रजिस्टर) : इस का उपयोग सब्जेक्ट का नोट बनाने के लिए होता है. यह एक अच्छे क्वालिटी का नोट बुक होना चाहिए. गत्ते वाला इसलिए होना चाहिए कि यह दो तीन साल तक सुरक्षित रह सकता है . क्लास आते या जाते वक्त यदि बारिस इत्यादि का सामना हो जाये तो यह सुरक्षित रहेगा . इस नोट बुक में सर के द्वारा,क्लास के दौरान, दी गयी सारी महत्वपूर्ण जानकारियां संग्रहित होंगी. परीक्षा से कुछ दिन पहले इन्हीं का रिवीजन आपके लिए आवश्यक होगा.
2 . एक साधारण नोट बुक : इस नोटबुक का उपयोग क्लास में रफ कार्य के लिए होगा. क्लास में प्रॉब्लम सॉल्व करते वक्त या कुछ सामान्य कैलकुलेशन करते वक्त इस कॉपी का उपयोग करना चाहिए. इन कार्यों को ऊपर लिखे सब्जेक्ट वाले नोट में नहीं करना चाहिए क्योंकि इस से उस नोट बुक बहुत साड़ी अनावश्यक बातें आ जाएँगी और रिवीजन के वक्त आप आसानी से उपयोगी चीजों को ढूंढ नहीं पाएंगे.
3 . दो पेन (कलम) : जब भी क्लास आएं आप कम से कम दो तरह का कलम लाएं. एक कलम से लाल रंग की लिखावट होनी चाहिए और दूसरे से ब्लू या ब्लैक. लाल रंग का उपयोग अति महत्वपूर्ण सूचनाओं, फार्मूला, हैडिंग या सब-हैडिंग को लिखने में करना चाहिए. आप जानते हैं कि लाल रंग में अपनी ओर आकर्षित करने की शक्ति सब से ज्यादा होती है. इसलिए अति महत्वपूर्ण चीजों को इस रंग से लिखने की सलाह दी जाती है. सामान्य सूचनाओं को आप अपने पसंद के अनुसार ब्लू या ब्लैक कलर में लिख सकते हैं.
4 . डिस्प्ले फाइल : यह एक विशेष प्रकार का फाइल होता है. इसमें पॉलीथिन से बने हुए बहुत सारे पन्ने होते हैं जिसमे आप कागज को घुसा सकते हैं. इस कागज़ पर लिखे चीजों को पढ़ने के लिए आपको इसे बाहर नहीं निकलना होता है. इस से ये कागज काफी दिन तक सुरक्षित रहता है. क्लास के दौरान आपको बहुत सारे प्रॉब्लम शीट दिए जाते हैं. इन शीटों को बिना मोड़ें आपको इसमें रखना है तकि ये कहीं ख़राब या गुम ना हो जाएँ.
5 . इंस्ट्रूमेंट बॉक्स : इंस्ट्रूमेंट बॉक्स या कंपास बॉक्स या परकाल बॉक्स से सभी परिचित होते हैं. इसका उपयोग ज्यामितीय डाइग्राम बनाने में होता है. फिजिक्स पढ़ते वक्त छात्रों को बहुत सारे डाइग्राम बनाने की आवश्यकता होती है. अतः इस बॉक्स को हर दिन लाना चाहिए.
6 . वाटर बॉटल : पढाई करते वक्त छात्रों को सेहत का भी ख्याल रखना चाहिए. किसी ऐसे जगह जहाँ बहुत सारे लोग आ जा रहे हों वहां का पानी पीने से बचना चाहिये. ऐसी जगहों पर पानी पीने से जॉन्डिस इत्यादि बिमारियों के होने की संभावना बनी रहती है. अगर आप बीमार हो गए तो आपकी पढाई में एक ब्रेक आ जायेगा और आप पीछे हो जायेंगे. इसलिए आप अपना वाटर बॉटल साथ लाएं और पीने के लिए इसी पानी का उपयोग करें.
6 . कैरी बैग : उपर्युक्त सामानों को साथ लाने के लिए एक अच्छा कैरी बैग संस्थान के द्वारा प्रत्येक छात्र को दिया जाता है. आप इसका उपयोग करें और जब भी आएं यह सुनिश्चित करके आएं कि आप उपर्युक्त सभी चीजों के साथ आये हैं.
7 . आई कार्ड : संस्थान प्रत्येक छात्र को आई कार्ड देती है. आप जब भी आयें अपने साथ इसे जरूर लाएं. अन्यथा आपको वर्ग में प्रवेश नहीं दिया जायेगा जिस से आपको परेशानी होगी और आपका समय व्यर्थ चला जायेगा.
जरूरी बुक :
फिजिक्स विषय का सम्यक ज्ञान आपको हासिल हो सके इसके लिए कुछ किताबों (बुक) का अध्ययन जरूरी है. हम लोग निम्न पुस्तकों को रेकोमेंड करते हैं. आप ये पुस्तक अवश्य खरीद लें. इन किताबो का उपयोग क्लास में तो होगा ही साथ ही आपके सेल्फ स्टडी के लिए भी ये अत्यंत आवश्यक होंगे.
- Concepts of Physics, Volume 1 by Dr. H. C. Verma
- Objective Physics by Mahesh Jain
- N.C.E.R.T Physics for class XI
पढाई का तरीका :
1 . नोट बनाना : जब भी कोई नए कांसेप्ट या टॉपिक की पढाई शुरू होती है , उस से सम्बंधित महत्वपूर्ण बातें सर बोर्ड पर लिखते हैं. उस समय आपको उसे कॉपी करना होता है अपने नोट बुक पर. नोट करते समय अपना सारा ध्यान सिर्फ लिखी हुई चीजों पर केंद्रित करना है ताकि आप बिल्कुल सही सही नोट कर सकें. इस वक्त कोई भी प्रश्न नहीं पूछना है.
2 . डिस्कशन : जब नोट बनाने का काम समाप्त हो जाताहै तब सर के द्वारा उस विषय की व्याख्या और विश्लेषण प्रस्तुत किया जाता है. इस दौरान अगर आपके मन में कोई सवाल उत्पन्न हो तो आप अपना हाथ ऊपर कर दें. सर सही समय पर आपसे बोलने को कहेंगे तब आप अपना प्रश्न प्रस्तुत करें. उस प्रश्न का जवाब सर के द्वारा दिया जायेगा. इस समय आप अपने ध्यान को सर के द्वारा बताई जा रही चीजों पर केंद्रित रखें और कांसेप्ट को समझने और सीखने की कोशिश करें.
3 . रिवीजन : जब डिस्कशन समाप्त हो जाता है तो प्रश्न उत्तर के रूप में सर के कराया जाता है. इस रिवीजन का उद्देश्य छात्रों को कांसेप्ट से सम्बंधित महत्वपूर्ण बातों को याद कराना होता है. कभी कभी छात्रों को स्टेज पर बुलाया जाता है और उनसे बोलने को कहा जाता है. आप इस प्रक्रिया में बढ़ चढ़ कर भाग लें. भरी क्लास में सबके सामने बोलने से आपके अंदर आत्म विश्वास ( self- confidence) जागृत होगा और विषय में आपकी समझदारी बढ़ेगी.
4 . प्रॉब्लम सॉल्विंग : जब आप नोट बना चुके , कांसेप्ट समझ चुके और उसको याद कर चुके तब बारी आती है उस टॉपिक से सम्बंधित प्रॉब्लम को सॉल्व करने की. सर के द्वारा बहुत सारे प्रॉब्लम क्लास में सॉल्व किये जाते हैं और उनका डिस्कशन किया जाता है. आप क्लास में उनके सोल्यूशन को देखते , समझते और नोट करते हैं. घर जाकर आपको उन प्रॉब्लम को बिना सोल्यूशन देखे फिर से बनाना है. यह एक परमानेंट होमवर्क है जो आपको हमेशा करना है और अगले क्लास में सर को दिखाना है. घर में सॉल्व करते समय यदि आपको कोई परेशानी हो तो आप सर के सोल्यूशन की मदद ले सकते हैं. उसके बाद भी अगर समस्या बानी रहे तो आप अगले क्लास में सर को बताएं. सर आपकी मदद के लिए हमेशा तत्पर रहते हैं. प्रॉब्लम के तीन सोर्स हैं: संस्थान के द्वारा दिया गया शीट और पहले दो बुक जिनका वर्णन ऊपर किया जा चुका है.
5 . टेस्ट: ऊपर दी गयी विधि का पालन करते हुए धीरे धीरे आपका कोई चैप्टर जब समाप्त हो जायेगा तब उस चैप्टर से सम्बंधित टेस्ट होगा. टेस्ट में छात्रों को कम से कम 80 % मार्क्स लाना होता है. इस से कम मार्क्स को संतोषजनक नहीं कहा जा सकता. इस से कम अंक लाने पर दुबारा से उन्हें ऊपर लिखे हुए कार्य करने होते हैं. अतः आप अपने समय का सदुपयोग करते हुए प्रथम प्रयास में ही इस अंक को प्राप्त करने की कोशिश करें.
संस्थान में आपका आचरण :
फिजिक्स क्लासेस में शिक्षा के साथ साथ संस्कार पर विशेष ध्यान दिया जाता है. एक अच्छी शिक्षा को एक योग्य व्यक्ति के पास ही जानी चाहिए ऐसा हमारा विश्वास है. अतः हम अपने छात्रों से ये उम्मीद करते हैं कि वे:
- संस्थान में अनुशासन बनाये रखें
- नियमित रूप से अपने कक्षा में उपस्थित रहें
- किसी भी अनुपस्थिति की सूचना संस्थान को अवश्य दें
- सभ्य तरीके का ड्रेस पहन कर ही संस्थान में आएं
- जिन चीजों को साथ लाने का निर्देश दिया गया है उसे लेकर आएं
- अपना होमवर्क निश्चित रूप से कर के आएं
- संस्थान से सम्बंधित लोगों से आदर पूर्वक बात करें और उनके निर्देशों का पालन करें
- क्लास में मोबाइल या कोई अन्य उपकरण लेकर नहीं जाएँ.
Wish You All The Best
Very useful information. I have remembered my those days which was expanded in your classroom. You are my real hero sir hats you towards your teaching ability and logical explanation on each and every aspect of Physics.
ReplyDeleteThis is saurabh Kumar one of your student.
ReplyDelete