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Showing posts from February, 2020

6 आदतें जो आपको बनाएंगी सुपर स्टूडेंट्स

एक सुपर स्टूडेंट बनाने की चाहत सभी विद्यार्थियों की होती है। यह जरूरी भी है क्योंकि सभी चाहते हैं की दुनिया उन्हें एक हीरो के जैसा देखे और उनके साथ हीरो के जैसा व्यवहार करे. इस तेजी से बदलती दुनिया में आप जितनी जल्दी हो सके उतना जल्दी चीज़ों को समझना और सीखना चाहते हैं ताकि आप लगातार दुसरो के ऊपर बढ़त बनाये रख सकें, ख़ुशी की बात यह है कि ऐसा करने के लिए आपको जन्मजात प्रतिभसमपन्न होने की कोई आवश्यकता नहीं है. बहुत सारे प्रतिभाशाली लोगों जैसे चार्ल्स डार्विन, रिचर्ड फिनमैन , लियोनार्डो द विन्सी इत्यादि लोगों ने यह स्वीकार किया है कि उनके पास जन्मजात प्रतिभा  जैसी कोई चीज नहीं थी. हम सभी के पास ऐसी मानसिक क्षमता है कि हम जो चाहें सीख सकते हैं बशर्ते कि हमारा तरीका, हमारी तकनीक और हमारा प्रयास सही हो. सीखने का बेहतर तरीका हमारे सीखने के कार्य को आनंदप्रद बना दे सकता है. और ये बेहतर तरीके कोई जटिल प्रक्रिया नहीं हैं. ये आदत आपको बेहतर बना सकती हैं: 1 . सुपर स्टूडेंट्स बहुत पढ़ते हैं: पढाई का दिमाग के लिए वही महत्व है जो व्यायाम का शरीर के लिए है. पढाई हमें देश, काल, इतिहास और विषय व

Error Analysis

Significant Digits: चाहे किसी भी तरह का Measurement हो हमें न्यूमेरिकल वैल्यू प्राप्त करने के लिए एक scale का उपयोग करना पड़ता है. एक खास तरीके से हम स्केल को पढ़ते हैं, और जो Number मिलता है उसको हमलोग Reading या Measured Value के नाम से जानते हैं. इस Measured Value का आखिरी अंक (Digit) अनिश्चित (uncertain) होता है क्योंकि यह अनुमान पर आधारित होता है. अन्य सभी digit निश्चित (certain) होते हैं. इन दोनों तरह के digit को हम Significant Digit कहते हैं. इनकी संख्या अक्सर महत्वपूर्ण होती है और यह उपयोग किये गए Scale की Quality बताती है. किसी भी Measurement के लिए जितने अच्छे  Scale का उपयोग किया जायेगा Significant Digits की संख्या उतनी ही ज्यादा होगी. Counting Number of Significant Digits: सभी non zero अंक सिग्नीफिकेंट होते हैं.  ऐसे सभी जीरो जो दो नॉन जीरो के बीच आते हों वे सिग्नीफिकेंट होंगे.  अगर संख्या में दशमलव (decimal) का उपयोग किया गया हो तो आखिरी वाले जीरो सिग्नीफिकेंट होंगे अन्यथा नहीं होंगे.  पहले नॉन जीरो से पहले वाले जीरो सिग्नीफिकेंट नहीं होते हैं.  10 के पावर में लि

SOLVED QUESTIONS (PHYSICS): 2019

PHYSICS 2019 SECTION- A ( Objective Type Questions) Question No 1 to 35 have four options, out of which only one is correct. You have to mark, your selected option, on the OMR-Sheet.

JEE Mains April 2020: बदल गया डेट

NTA ने JEE Mains April 2020 के डेट में परिवर्तन कर दिया है और नए डेट की घोषणा की है. JEE के दुसरे प्रयास के लिए होने वाली यह  परीक्षा पहले  3 अप्रैल से 9 अप्रैल 2020 के बीच होनी थी. लेकिन NTA ने अब इसके लिए नए डेट की घोषणा की है. अब यह परीक्षा 5 अप्रैल , 7 अप्रैल , 8 अप्रैल , 9 अप्रैल  और 11 अप्रैल  को आयोजित की जाएगी. डेट परिवर्तन के लिए कोई स्पष्ट कारण नहीं बताया गया है.इस नए डेट की घोषणा जनवरी में संपन्न हुए परीक्षा परिणामो की घोषणा के साथ हुई है.जो छात्र इस परीक्षा में सम्मिलित होना चाहते हैं वे डेट के इस परिवर्तन को ध्यान में रखें. इस सम्बन्ध में jeemain.nic.in  पर जाकर डिटेल देखा  सकता है. jee के प्रथम प्रयास की परीक्षा 6 जनवरी से 9 जनवरी तक हुई थी. यह परीक्षा कुल चार दिनों तक दो पालियों  में ली गयी थी. दुसरे प्रयास की परीक्षा में ज्यादा छात्रों के शामिल होने की उम्मीद है. इसलिए यह परीक्षा 5 दिनों और 10 पालियों में ली जाएगी. यह बताते चले कि इस परीक्षा के परिणामों के आधार पर देश के विभिन्न NITs, IIITs, CFTIs. में नामांकन होगा और कतिपय छात्रों को JEE ADVANCE में बैठने का

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